नही दो बात हैं , अलग अलग

-रेगिस्तान
-रेत रहती है वहाँ
-गर्म
-हाँ गर्म रेत
-पैर जल जाते होंगे लोगो के
-नंगे पैर चलेंगे तो जलेंगे ही
-चलना पड़ता है कभी कभी
-जूते सर पे रखकर
-ना नंगे पैर
-एक ही बात है
-नही दो बात हैं , अलग अलग
-तुम सपने नही देखते
-ना फिल्मे देखता हूँ
-ब्लैक एंड व्हाइट टीवी पर
-कोन सी
-गाइड
-उसमे वो गाना है ना
-कोन सा
-काँटों से खींच के ये आंचन
-तोड़ के बंधन भांधी पायल
-हाँ
-अब नही लिखता कोई एसे गाने
-लिखता तो है
-मै टल्ली हो गई (अगली और पगली)
-वो एसा कहा है
-एक ही तो बात है
-नही दो बात हैं , अलग अलग
-मै तुमसे प्यार करता हूँ
-पता है
-कब पता चला
-अभी कुछ दिन पहले
-विवेक को पता है ?
-क्या
-की ज्योति को उससे प्यार है
-हाँ
-कब पता चला
-अभी कुछ दिन पहले
-कितनी सिमिलरिटी है ना
-नही दो बात हैं , अलग अलग

4 comments:

Unknown said...

Maza aa gya Malik Sahab..........Jhakkas.......

seema gupta said...

पैर जल जाते होंगे लोगो के
-नंगे पैर चलेंगे तो जलेंगे ही
-चलना पड़ता है कभी कभी
-जूते सर पे रखकर
-ना नंगे पैर
" very interesting poetry, good combination of words"

Regards

Arpit Gupta said...

pyar kiya nahi ja aho jata hai....

Anonymous said...

very very Nice bahut achi hai....