नियम

हर चीज के नियम बनाये उन्होंने

पढ़ने के, आफिस आने जाने के

लड़कियों का

कितना मुँह खुला होना चाहिए

खाना खाते वक़्त, हँसते वक़्त

कितनी जोर से हँसना है

बाल संवारने का भी नियम है

कैसे ओर कितने कपड़े पहनने हैं

प्यार करने के भी नियम हैं।

लड़को को 

हमेशा खड़ा रहना है

मेट्रो में, फ़ोटो में पीछे की तरफ

माँ के ऑपरेशन में ओ टी के बाहर

बहन के साथ रेलवे स्टेशन पर

भारी बैग पकड़कर

पर इंसान के गिरने का कोई नियम नही बनाया

किसी के बदल जाने का

दर्द के होने का

बिना आँसुओं के रोने का

किसी के असमय खोने का

कोई नियम नही बनाया



हैप्पी न्यू ईयर

नए साल का पहला दिन है और मैं अपने कमरे में अकेला पड़ा हुआ हूँ। फेफड़ों से आने वाली ओर जाने वाली साँसों को सुना जा सके ऐसी खामोशी है। दीवारें मेरे वक़्त पर हँस रहीं हैं। ओर मैं उनके सिर पर रखे छत के बोझ पर। एक पंखा लगा है जो बंद है मेरे रास्तों की तरह । ये रात ओर आगे आने वाली रातें कैसे कटेंगी देखना होगा। कई फ़ोन आये दिन भर, ओर मैसेज भी, पर उनका कोई मतलब नही था। इस ज़िंदगी की कल्पना मैंने नही की थी। खैर। अपना नया वर्ष कुछ वक्त शायद और लेगा। या फिर अगला जन्म तक का समय।

रात के 10 बज चुके हैं। 2 ठंडी रोटी पेट में रख ली हैं, थोड़ी सी सब्जी, 4 प्याज के कत्ले 1 गिलास पानी। किसी ने पूछा नही की क्या खाया, मैं सोच रहा हूँ कि क्यों खाया। पर्दों में 24 सलवटें हैं। जितनी ज्यादा सलवटें उतनी अमीरी। इतना खालीपन है कि सोच रहा हूँ अपनी कहानी दीवारों को सुना दूँ। फिर दीवारें रोती रहेंगी मैं सोता रहूंगा।

एक कमरा, एक पंखा, एक छत, एक ट्यूब लाइट, एक बेड, एक तकिया, एक गिलास, एक मैं।। किसी का इंतजार करता हुआ, किसी न हो सकने वाली चीज का इंतजार, आप किसी का इंतज़ार कीजिए , अनंत समय तक, वे भूल जाएँगे आना, फ़ोन करना या sms करना भी, आप उनसे बात कीजिये , वे फिर भी भूल जाएँगे, किसी रोज़ वे यह भी भूल जाएँगे कि आप उन्हें भूल गए हैं । कितना आसान है कितनी छोटी बात। मैसेज सीन करके छोड़ देना, हम्म पे बात खत्म कर देना, हर बात का जवाब ओके, वो भी 82 मिनट बाद, ये सब मना कर देना ही होता है। बिना पूछी बातों का भी जवाब मिल जाये ऐसी दुनिया मे जाना है।

आंखे खोल कर सोना सीख लिया है, आंसू को निकलने में आसानी होती है। रास्ता मिल जाता है।

सोसाइटी में इतने ऊंचे टावर बनाए इन्होंने। खुली बालकनी बनाई, शायद मेरे जैसे लोगों का काम आसान करने के लिए।  अकेला आदमी अगर 12th फ्लोर से  बालकॉनी में घूमें रात को । किसी को पता नही चलेगा, सब सोचेंगे शायद गमलों में पानी देते हुए पैर फिशल गया होगा। किसी चीज को शुरू करना मुश्किल होता है। खत्म करना आसान।

मैं आसान रास्ता चुन रहा हूँ।

आप सबको आपके नए वर्ष की शुभकामनाएं।