फिर तो नही कहोगे की तुम लिखते क्यूँ नही ?

-फिर तो नही कहोगे की तुम लिखते क्यूँ नही ?
-नही
-तो अब क्यूँ कहा ?
-मामा केले लेने चले गए थे ?
-और सेव
-वो तो पेड़ पे लगते हैं
-चलो शादी कर लें
-भागकर शादी करना अच्छा नही होता
-क्यूँ
-अखबार में छप जाता है
-अखबार में तो फिल्मो के बारे में भी छपता है
-कोन सी
-दा लास्ट लिएर
-आर्ट मूवी है
-समझ में नही आएगी
-साइंस भी तो समझ नही आती
- तो फिर क्या समझ में आता है
-गुड्डे गुडिया की शादी
-शादी में क्या क्या मिलता है
-टीवी, फ्रिज, मोटर, सोफा, कूलर.
-मोटर पानी वाला ?
- ना
- मोटर गाड़ी
- और वाइफ ?
-वाइफ भी मिलती है
-कितनी ?
-१.६ मीटर की
-फिर तो नही कहोगे की तुम लिखते क्यूँ नही ?
-नही
-पक्का
-हाँ पक्का

3 comments:

MANVINDER BHIMBER said...

bahut sunder tasveer khinch di hai apne...achcha laga

PD said...

ये पढ़कर कुछ पुराने विवाद याद आ गए ब्लॉगिंग दुनिया के.. वैसे यह पोस्ट भी तो उसी समय का लिखा हुआ है.. शायद मुझसे छुट गया होगा.. :)

Anonymous said...

Good one...