कहानी पार्ट-2

१३८ साल पुरानी बात है. एक बार एक आदमी रेगिस्तान में भटक जाता है. उसे बहुत प्यास लगती है पर कही पानी नहीं मिलता. बहुत प्रयास करने पर भी जब उसे आशा की कोई किरण नही दिखाई देती तो वो थककर वही कर सो जाता है. रात में बहुत तेज तूफ़ान आता है और वो आदमी रेत में दब जाता है.
वहा उसकी दम घुटने से मौत हो जाती है. जंगली कुत्ते इंसानी रूह की smell से सूंघकर उसको बाहर निकाल लेते हैं तभी वहा से सपेरे गुजर रहे होते हैं. वो उसको रेत में दबा देख लेते हैं. और अपने कैंप में ले जाते हैं और जिन्दा कर लेते हैं. वो उससे उसकी बैंक अकाउंट डिटेल्स पूछकर उसको फिर से मार देते हैं.
मोरेल:
बैंक में पैसे नहीं रखने चाहिए बल्कि पैसो को घड़ो में भरकर जमीन में दाब देना चाहिए.

दिल रोना और चाँद

दिल
मेरा दिल
मेरे दिल से निकलकर
उसके दिल में जा बैठा।
लोग कहते हैं की शीशा था.


रोना
मैंने
२० डेसीबेल से कम शोर में
और
बिना अश्कों के रोना सीख लिया है
अबकी दिल टूटेगा तो किसी को पता नहीं चलेगा

चाँद
चाँद सारी रात उसकी छत पे बैठा रहा
जब दीदार नहीं देना होता तो कुछ लोग बुलाते क्यूँ हैं